ग्रह अनुसार फ़लदायक युति

यह चित्र एक कन्या का है पिता दो भाई है और दो बहिन है,इसके पिता दादा और बहिनों के कुंडलियों में किसी न किसी भाव में किसी न किसी ग्रह की केतु के साथ युति है,इसके दादा की कुंडली में बारहवे भाव में मंगल के साथ केतु की युति है,इस युति से दादा का एक कान चोट लगने से बरबाद हो गया था और वे एक ही कान के है,उन्होने अपने बडे भाई के लिये पूरी जिन्दगी कार्य किया और बडे भाई ने समर्थ होते ही इसके दादा को दूर कर दिया,इसके दादा के बडे भाई का परिवार बहुत ही अच्छी हालत में है जबकि इसके परिवार में किसी न किसी के साथ कोई न कोई शारीरिक मानसिक और पारिवारिक विच्छेद है,कोई भी अपने कार्यों को सुचारु रूप से नही कर पाता है,केतु की युति के कारण दादा की ससुराल में भी कोई नही है और ननिहाल में भी कोई नही है ससुराल में किसी के नही होने के कारण इकलौते साले को इसका दादा अपने पास लेकर अपने ही गांव में आ गया था और उसकी परवरिस तो की लेकिन उसके साथ जानवरों जैसा व्यवहार करता रहा,जब भी कोई गल्ती हो जाती तो वह उसे बडी बुरी तरह से पीटता और उसकी शादी भी करने के बाद उसे बन्धक की तरह से रखा। इसके पिता की कुंडली में बुध केतु की युति सप्तम भाव में है वह अपने ही परिवार के चाचा की लडकी को लेकर भाग गया और बाद में उसे दीन हीन अवस्था में छोडा,उसके बाद जब इसके पिता की शादी हुयी तो पत्नी भी दिमागी रूप से शादी के बाद अस्वस्थ हो गयी और वह अपने ही परिवार को त्याग कर अपने मायके में जाकर बैठ गयी। इस बच्ची की जुबान भी है लेकिन आवाज नही है,कारण तालू के अन्दर बडा खड्डा है और डाक्टरों ने किसी भी प्रकार के आपरेशन के बाद स्पष्ट आवाज के आने से मना कर दिया है। इस बच्ची के पिता के बडे भाई भी पोलियो से ग्रस्त है उनकी दोनों टांगे बेकार है और बैसाखियों के सहारे चलते है,उनकी कुंडली मे भी मेष राशि में गुरु और केतु की युति है। इसकी बुआ की कुंडली में चन्द्र केतु की युति होने के कारण उसे ह्रदय सम्बन्धी बीमारी है और ह्रदय का आपरेशन भी हो चुका है साथ ही वह कभी भी पानी के क्षेत्र में जाने या रहने अथवा किसी भी प्रकार से पानी को अधिक प्रयोग करने के बाद अस्वस्थ हो जाती है। इसके साथ एक और बात देखी गयी है कि चन्द्र केतु की युति के कारण जैसे ही इसकी बुआ की शादी हुयी इसका फ़ूफ़ा अपने परिवार से ताल्लुक तोड कर ससुराल खान्दान से अपना लगाव कर बैठा और अपने माता पिता को दूर कर दिया आज उसकी भी हालत बहुत खराब है उसके भी दोनो पैर एक एक्सीडेंट के बाद अपने काबू में नही है। इसकी छोटी बुआ की कुंडली में सूर्य केतु की युति होने से पित्त की थैली ही निकाल दी गयी जिससे उसे भी आजीवन भोजन को पचाने सम्बन्धी दिक्कत का सामना करना पडेगा,उसके भी बच्चों में बडे वाले बच्चे की बुद्धि में मंदता आ गयी है।
इस व्यक्ति का नाम नाथू है और यह राजस्थान के प्रसिद्ध भुवाल माता के मन्दिर में बैठ कर भीख मांगा करता है यह लम्बाई में भी नही बढ पाया। जब इसकी जन्म तिथि के अनुसार गणना की तो इसकी कुंडली में सूर्य केतु की युति अष्टम भाव में मिली तथा बुध राहु शुक्र इसके दूसरे भाव में है। यह गाना बजाना अच्छा जानता है और कई धार्मिक फ़िल्मों में इसका डांस भी देखने को मिलता है। बहुत सोरीली आवज है साथ ही शराब का भी सेवन करता है। राजस्थान की भुवाल माता को जो शराब पीती है के लिये भी बुध राहु की युति से युक्त माना जाता है और जो लोग बुध राहु की युति से परेशान होते है इस मन्दिर में जाकर माता को दारू का भोग लगाते है उन्हे परेशानियों से निजात मिलती देखी गयी है। बुध राहु की युति में अगर शुक्र साथ देता है तो लोग माता के भजन गाने और सजावटी मन्दिर आदि बनाकर उनके अन्दर अपने कार्यक्रम को प्रस्तुत करने के मामले में भी जाने जाते है लेकिन सूर्य अगर केतु के साथ अष्टम में आजाता है तो व्यक्ति की हड्डियों का विकास रुक जाता है और जातक किसी भी तरह से अपनी लम्बाई को नही प्राप्त कर पाता है।
यह जातिका बांसवाडा राजस्थान में जन्मी है,यह घर से कई बार जा चुकी है और कभी यह कुये में मिलती है तो कभी गहरी खाई में मिलती है,लेकिन आठ आठ दिन भूखी प्यासी रहने के बाद मरी नही है। गरीब परिवार में जन्म लेने के कारण इसके लिये मानसिक इलाज भी नही हो पाया। जैसा जिसने बताया गरीब माता पिता ने इसका इलाज किया। इसकी जन्म तिथि देखने के बाद पता लगा कि इसके लगन में चन्द्रमा को शनि और मंगल दोनो ही देख रहे है और शुक्र वृश्चिक राशि का होकर त्रिक भाव में पडा है,गुरु अष्टम स्थान को देख रहा है,सूर्य भी मंगल से द्र्ष्ट है,इस जातिका कुंडली में भी बुध केतु का योगात्मक रूप छठे भाव में शुक्र के साथ है,यह बुध केतु इसे मंद बुद्धि का बना रहा है,और किसी के सामने रहकर यह बोलती नही है अकेले में बैठ कर पता नही क्या क्या बातें करती रहती है। चन्द्र शनि और गुलिक के साथ भी केतु के होने से यह जड बुद्धि वाला योग मिलता है।
बुध केतु के योगात्मक प्रभाव को समझने के लिये इस जातिका के लिये भी देखना उचित होगा,यह जातिका कन्या लगन में पैदा हुयी है और इसके तीसरे भाव मे बुध के साथ केतु और शनि की युति है यह कपडे का व्यापार अच्छी तरह से कर लेती है केवल छठी पास होने के बाद भी इसकी बुद्धि बहुत ही तीक्षण है और बेकर से बेकार कपडे को काट कर उसे काम के योग्य बना लेती है। इसके जीवन में बुध केतु और शनि के प्रभाव से पति सुख नही मिला है पति ने शादी के बाद तीन बच्चे पैदा होने के बाद इसे बेसहारा छोड दिया और इसने अपने कार्य कुशल और कमन्यूकेशन में प्रवीणता के कारण अपने को कपडे के व्यवसाय में लगा लिया,यह अपने में एक विलक्षण बात केतु के बारे में जानी जा सकती है,गुरु क असर लगन में होने के कारण इसका दिमाग भी धार्मिक कार्यों की तरफ़ अधिक जाता है,साथ ही इसके साथ छल भी बहुत होते है और गंडे ताबीज पर अधिक विश्वास करवाने के लिये भी बुध केतु अपना असर देते है।

6 comments:

maxblue said...

AAPKE VICHAR BAHUT HI ACHCHHE HOTE HAI. AAP JO BHI BAHU-MULIY JANKARI DETE HAI,AISA JANKARI DENE WALA SITE MAINE AAJ TAK NAHI DEKHA HAI. MAIN AAPKE SITE KI LAGBHAG SABHI TOPICS KO DHAYAAN PURVAK PADHTA HU, AUR EK HI TOPIC KO SAMAJHNE KE LIYE BAAR-BAAR PADHTA HU. AAPKA SAMJHANE KA TARIKA KAFI SARAL AUR SIDHA HAI.AAP JIS TARAH EXAMPLE DEKAR SAMJHATE HAIN WO KAFI LAJABAAB HAI. AAPKO MAIN DIL SE PRANAAM KARTA HU TATHA SACHCHI AUR ACHCHHI JAANKARIYA DENE KE LIYE DHANYAWAAD DETA HU. "JAI SHRI KRISHNA"

maxblue said...

MERA NAAM MANISH KUMAR HAI. KYA AAP KRIPYA KARKE MUJHE BATA SAKTE HAI KI PURN MAHAPADAM KAALSARP YOG AUR ARDH MAHAPADAM KAALSARP YOG MAI KYA ANTAR HAI. MERE KUNDALI MAI ARDH MAHAPADAM KAALSARP YOG HAI, YE KAALSARP YOG MUJHE KIS PRAKAAR KI HAANI PAHUNCHA SAKTA HAI.

MERA DOB- 2JULY,1984 SHAAM KE 6:15 PAR KHAGARIA,BIHAR MAI HUA HAI.

ROHIT said...

kya ap mujhe ye bata sakte hai ki mera career ki sahi disha kya hai.

Unknown said...

MERA NAAM TARUN KUMAR CHOURASIA H. MERA JANNM 14/05/1987 KO RAT ME 1:30 KO HUA THA. ME AAPNE NOUKARI,BUSINESS KE BARE ME JANNNA CHAHTA HU. ABHI ME EK COMPANY ME COMPUTER OPERATOR KI POST PAR KAM KAR RAHA HU.MERI SARKAARI NOUKARI LAGEGI KI NAHI. AUR AANE WALA SAMAY KESA RAHEGA

Shailja goyal said...

Babita 30/11/16 at 10:30 pm.
My name : babita goyal
D.o.b:10/7/77
Birth time : 8:18:00 (6:5:12)
birth palace :agra (up)
sir ap bata sakta ha mara cariyr kya ha plz help u

Shailja goyal said...

Or mara apna ghar kab tak hoga